लेखनी कहानी -07-Sep-2023
पैरोडी : बड़ी देर भई नंद लाला , तेरी राह तके ब्रज बाला
कब आओगे कृष्ण मुरारी , टेर लगावैं अबला नारी । दुष्टों से लड़ते लड़ते थक गई हैं सब बेचारी । कब आओगे कृष्ण मुरारी टेर लगावैं अबला नारी ।।
नीच नराधम पापी कामी खुलेआम हैं घूम रहे गली गली चौराहों पर ये दारू पीकर झूम रहे रक्षक ही भक्षक बन बैठे कहां जायें दुखियारी कब आओगे कृष्ण मुरारी टेर लगावैं अबला नारी ।
कोर्ट कचहरी बहुत खुले पर न्याय कहां मिल पाता है अपराधी पर जज लोगों को तरस बहुत ही आता है तुरत जमानत देकर लगती कोर्ट इन्हें हितकारी कब आओगे कृष्ण मुरारी टेर लगावैं अबला नारी दुष्टों से लड़ते लड़ते थक गईं हैं सब बेचारी कब आओगे कृष्ण मुरारी टेर लगावैं अबला नारी
शीघ्र पधारो प्रभु , पापों की पराकाष्ठा हो गई है । जन्माष्टमी पर आप सबको बहुत बहुत बधाइयां और शुभकामनाऐं । ⚘️💐🌻🙏😊
श्री हरि 7.8.23
Shashank मणि Yadava 'सनम'
08-Sep-2023 10:08 AM
सुन्दर सृजन
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Reena yadav
07-Sep-2023 10:18 PM
👍👍
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Varsha_Upadhyay
07-Sep-2023 07:35 PM
Nice 👍🏼
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